World’s Most Happy People In Finland Know The Reason What India


Worlds Most Happily People: भारत में गरीब लोगों की जनसंख्या तेजी से कम हो रही है. लोग आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं, लेकिन खुश नहीं. इसके पीछे का क्या कारण हो सकता है? अगर यह सवाल आप अपने आस-पास के लोगों से पूछेंगे तो वे अलग-अलग जवाब देंगे. अगर भारत सबसे खुशहाल देश नहीं है तो फिर यह उपलब्धि किस देश के पास है. आज की स्टोरी में जानेंगे साथ ही यह भी समझेंगे कि इसे मापने का पैमाना क्या है? वर्ल्ड हैप्पीनेस सर्वे के अनुसार, फिनलैंड पिछले छह वर्षों से पृथ्वी पर सबसे खुशहाल देश रहा है. यह सर्वेक्षण कैंट्रिल सीढ़ी जीवन मूल्यांकन प्रश्न पर आधारित है. फिनलैंड टॉप पर है, उसके बाद डेनमार्क और आइसलैंड हैं. फिन्स दूसरों की तुलना में अधिक खुश क्यों हैं, इसके कई कारण हैं जिनमें कम आय असमानता (सबसे महत्वपूर्ण, उच्चतम वेतन और सबसे कम वेतन के बीच का अंतर), अधिक सामाजिक समर्थन, निर्णय लेने की स्वतंत्रता और भ्रष्टाचार का निम्न स्तर शामिल हैं.

खुशहाल देश की तुलना कैसे की जाती है?

फिनलैंड, नॉर्वे और हंगरी में आय असमानता का स्तर समान है, फिर भी फिनलैंड में लोग औसतन अधिक खुश हैं. ऐसा क्यों है? विश्व असमानता डेटाबेस के अनुसार, फिनलैंड में सबसे अधिक वेतन पाने वाले दसवें लोग सभी आय का एक तिहाई (33%) घर ले जाते हैं. यह उसी समूह के ब्रिटेन में 36% और अमेरिका में 46% के विपरीत है. हो सकता है कि ये अंतर बहुत बड़े न दिखें, लेकिन इस खुशी पर उनका बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है क्योंकि अधिक असमान देशों में बाकी लोगों के लिए बहुत कम सेविंग के ऑप्शन है और अमीर अधिक भयभीत हो जाते हैं. जब कम संख्या में लोग अधिक अमीर हो जाते हैं, तो यह गरीबों के लिए समस्या बन जाता है.

अंग्रेजी वेबसाइट द कंवर्शेसन के मुताबिक, 2021 में एक समाजशास्त्र प्रोफेसर द्वारा यह सुझाव दिया गया था कि अधिक उचित अपेक्षाएँ रखने से, नॉर्डिक देशों में लोग अधिक खुश दिखाई देते हैं. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं किया जा सकता कि फिनलैंड खुशी के पैमाने पर नॉर्वे से इतना अलग क्यों है. सभी प्रकार की व्याख्याएं संभव हैं, जिनमें भाषा और संस्कृति की हल्की-फुल्की बारीकियां भी शामिल हैं. 

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